योगीजी के रोड-शो का परिणाम : कार्यकर्ताओं में जोश, नेता नाराज

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Roadshow of Yogi Ji: CM Yogi पहली बार लाईनपार क्षेत्र में आए, Roadshow किया, कार्यकर्ताओं में जोश गजब का था, मगर इलाके के नेता नाराज हो गए। नाराजगी की वजह बीजेपी की पुरानी वाली थी। मगर इस बार किरकिरी शहर में नहीं बल्कि अपने इलाके में अपने ही लोगों के बीच हुई है। लिहाजा, इससे नाराज लाईनपार क्षेत्र के भाजपा नेता इस कदर गुस्से में हैं कि उनकी नाराजगी संजीव शर्मा और पार्टी की अब तक की मेहनत पर पानी फेर सकती है। देखना होगा कि इस स्थिति से बीजेपी कैसे पार पाती है और विपक्षी प्रत्याशी बीजेपी की इस अनदरूनी रार का कितना फायदा उठा पाते हैं ?

सुरक्षित जोन में सिर्फ शहरी

बीजेपी के चुनाव सह-संयोजक सुनील यादव को छोड़ दें, तो CM Yogi के Roadshow में लाईनपार क्षेत्र का न तो एक भी नेता था, ना एक भी पार्षद। संगठन की बात भी करें तो तीनों मंडलों में से किसी भी अध्यक्ष को सुरक्षा घेरे में एंट्री नहीं मिली। जबकि जितने भी लोग थे, सभी शहरी थे।

Roadshow के दौरान ये थे सुरक्षा जोन में

CM Yogi के साथ उनकी गाड़ी पर जहां एक तरफ प्रत्याशी संजीव शर्मा थे, तो दूसरी तरफ अतुल गर्ग थे। इनके अलावा साहिबाबाद विधायक और योगी सरकार के मंत्री सुनील शर्मा, मंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप और बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया गाड़ी पर पीछे मौजूद रहे। उनकी गाड़ी के आगे सुरक्षा घेरे में पैदल चलने वालों में लाईनपार क्षेत्र से सिर्फ और सिर्फ चुनाव सह-संयोजक सुनील यादव ही थे। इनके अलावा विधायक अजीत पाल त्यागी, नंदकिशोर गूर्जर, मेयर सुनीता दयाल, पूर्व मेयर आशा शर्मा, पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर, अनिल स्वामी, MLC श्रीचंद शर्मा, Dadri MLA तेजपाल नागर, मयंक गोयल, पूर्व डिप्टी मेयर राजीव शर्मा, तरूण शर्मा, गोपाल अग्रवाल सहित शहर के बाकी नेता थे।

न पार्षद, न मंडल अध्यक्ष

लाईनपार क्षेत्र के पार्षदों की बात करें, तो बीजेपी का एक भी पार्षद सुरक्षा घेरे में मौजूद नहीं था। क्रासिंग के बीजेपी अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी, विजयनगर मंडल अध्यक्ष देवेंद्र त्रिपाठी और प्रताप विहार मंडल अध्यक्ष सुधीर शर्मा भी सुरक्षा घेरे में नहीं रहे। इतना ही नहीं आरएसएस, बजरंगदल, विश्व हिन्दू परिषद, विधार्थी परिषद और भाजयुमो के भी किसी स्थानीय नेता को सुरक्षा घेरे में एंट्री नहीं दी गई। हालाकि ऐसा निश्चित तौर पर सुरक्षा कारणों से हुआ होगा। लेकिन इस बात से लोगों में खासी नाराजगी है।

16 वार्डों के अध्यक्ष, 9 BJP पार्षद भी नदारद

वार्ड 26 माधोपुरा राजकुमार राजू, वार्ड 25 शंकरपुरी सेक्टर नौ कन्हेया लाल, वार्ड 58 मवई देव नारायण शर्मा, वार्ड 14 सर्वोदयनगर ओमप्रकाश ओढ़, वार्ड 15 चरनसिंह कालोनी, वकील कालोनी पूनम सिंह, वार्ड 51 सेक्टर-12 संतोष राणा, वार्ड 55 प्रताप विहार सीमा यादव पत्नी संतराम यादव, वार्ड चार माता कालोनी सेक्टर 11 गोपाल सिसोदिया को भी सुरक्षा घेरे में जाने का मौका नहीं दिया गया।

शहर के दो मंडल अध्यक्ष भी गायब

शहर मंडल अध्यक्ष माही गुप्ता, गांधीनगर मंडल अध्यक्ष दयानंद बंसल भी सुरक्षा घेरे का नहीं बल्कि आम लोगों की तरह ही भीड़ का हिस्सा बने रहे। उन्हें भी रोड शो के दौरान योगी की गाड़ी के आगे चलने का मौका तक नहीं मिला।

वसुंधरा के पार्षद महोदय थे, मगर स्थानीय गायब

Yogi Ji के Roadshow में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये रही कि उनके आगे सुरक्षा घेरे के बीच चल रहे लोगों में वसुंधरा के एक पार्षद महोदय तो नजर आ रहे थे, मगर उत्सव भवन से लेकर प्रताप विहार तक जिस सड़क पर रोड शो हो रहा था, वहां का एक पार्षद भी उन चुनिंदा लोगों में नहीं था। और तो ओर बीजेपी के विजयनगर मंडल अध्यक्ष देवेंद्र त्रिपाठी की दुकान के सामने से रोड शो हुआ मगर उनकी मौजूदगी भी इस सुरक्षा घेरे में नहीं थी।

लाईनपार बीजेपी में सिर्फ नेता सुनील यादव !

ये हम नहीं कह रहे बल्कि बीजेपी के नाराज स्थानीय पार्षद, अध्यक्ष और अन्य लोग कह रहे हैं कि लगता है कि गाजियाबाद में उप-चुनाव की कमान संभालने वालों को ये लगने लगा है कि इस क्षेत्र में यदि कोई बड़ा नेता बीजेपी में है, तो वो सिर्फ सुनील यादव ही हैं। उनके कद के आगे और उनकी लाईनपार क्षेत्र में स्थिति बाकी सारे नेताओं से मजबूत है। ये नाराजगी लोग इस बात से जता रहे हैं कि क्योंकि योगी जी के सुरक्षा घेरे में मौजूद सुनील यादव को पिछले कुछ वक्त से ज्यादा ही तवज्जो दी जा रही है।   

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