जीत के प्रति आश्वास्त संजीव को भीतरघात का एहसास, विरोधियों को पहली पोस्ट से ही करा दिया एहसास

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Sanjeev को भीतरघात का एहसास: इस चुनाव में भीतरघात का सामना यूं तो हर प्रत्याशी को झेलना पड़ा है, मगर बीजेपी में इस बार जो हुआ है उसका एहसास जीत के प्रति आश्वास्त Sanjeev Sharma को बखूबी मतगणना खत्म होने के बाद रात भर में ही हो गया है। ये बात उनके पहले पोस्ट से ही साफ पता चल रही है।

जीत को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट Sanjeev ने महाभारत में कृष्ण के अर्जुन को गीता का ज्ञान देने वाली फोटो को पोस्ट करके पार्टी के अपने अंदरूनी घात करने वालों को इस बात का एहसास कराने का काम किया है। और तस्वीर के जरिये ये भी बताने की कोशिश की है कि भले ही कितने भी प्रपंच किए गए। कितने भी चक्रव्यूह तैयार किए गए। मगर महाभारत में कृष्ण के ज्ञान और उनकी कृपा से जीत अर्जुन की ही हुई।

Sanjeev की पोस्ट कई के लिए खतरे की घंटी

इस बार कई बीजेपी के गढ़ कहे जाने वाले वार्डों में बीजेपी के नेता ही बीजेपी को नुकसान पहुंचाने में जुटे नजर आए हैं। सूत्रों का दावा है कि ये जानकारी मतगणना खत्म होने के बाद से रात में ही Sanjeev Sharma तक पहुंच चुकी है। Sanjeev को ये जानकारी मिली है कि कई बीजेपी समर्थित इलाकों में पार्टी के जिम्मेदार लोगों ने न तो बीजेपी के ठोस वोटर्स के धर तक पर्चिंयां भिजवाई और ना ही उन्हें वोट डालने के लिए घरों से निकालने का ही कोई प्रयास किया। जबकि बीजेपी की जीत का सबसे बड़ा आधार यही है।

कुछ वार्डों में तो बीजेपी के स्थानीय नेता या उनके समर्थक खुलेआम दूसरे उम्मीदवारों को वोट दिलाने की कोशिश करते भी देखे गए हैं। जाहिर है कि मतगणना के ठीक अगले ही दिन संजीव ने महाभारत में भगवान कृष्ण से ज्ञान लेते महाभारत के मुख्य विजेता अर्जुन की तस्वीर डालकर पार्टी के विरोधियों को ये एहसास करा दिया है कि भले ही कितने चक्रव्यूह रचे गए। भले ही कितनी भी और कोशिशें की गई, मगर जीत अर्जुन की ही होनी है। जाहिर है संजीव की इस पोस्ट को भीतरखाने या खुलकर पार्टी की मुखालफत करने वाले नेता औऱ कार्यकर्ताओं को चेतावनी के रूप में ही देखा जा रहा है।

पूर्वांचल-पहाड़ी वोटर्स में सिर्फ भाजपा

बीजेपी के लिए इस चुनाव में एक बात और राहत देने वाली है कि कम मतदान के बावजूद जितना भी पूर्वांचल समाज और पहाड़ी समाज का वोट पड़ा है उसमें किसी और की कोई हिस्सेदारी नहीं है। हमारी पड़ताल के अलावा बीजेपी समेत सभी अन्य उम्मीदवारों की पड़ताल भी ये बात साप कर चुकी है कि गाजियाबाद विधानसभा में रहने वाले तमाम पूर्वांचल और पहाड़ी समाज के वोटों का शत-प्रतिशत भाजपा को मिला है। कम मतदान और भीतरघात की जानकारी के बीच ये खबर बीजेपी के लिए सबसे ज्यादा राहत भरी है।

विपक्षियों का आपसी लड़ाई, बीजेपी के काम आई

बीजेपी को अपने ही गढ़ में इस बार विपक्षियों से ज्यादा अपनों के कारण नुकसान उठाना पड़ा है। मगर, अच्छी बात बीजेपी के लिए ये है कि इस बार चुनाव में दलित और मुस्लिम वोटों के बूते बीजेपी को धराशाई करमें में लगे विपक्षी उम्मीदवार इस बार आपस में ही उलझकर रह गए जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल रहा है। चाहें बात समाजवादी पार्टी के कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार सिंघराज की करें या फिर बसपा के परमानंद गर्ग और आजाद समाज पार्टी के सतपाल चौधरी और AIMIM के रवि गौतम की सभी दलित और मुस्लिम वोट में सेंधमारी करके एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने में ही लगे रहे। जिसका सीधा लाभ बीजेपी को मिल रहा है।

यादव समाज का वोट मिलना फायदेमंद

हमारी पड़ताल के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों की पड़ताल भी ये खुलासा कर रही है कि नेशनल हाईवे 24 के दूसरी तरफ रहने वाले यादव समाज के काफी तादात वाले वोटर्स ने इस बार कमल के फूल को थामा है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की यादव समाज से की गई अपील का असर मतदान के दिन यहां देखने को मिला है। और उसका सीधा फायदा यादव समाज के लोगों के बीजेपी के पक्ष में दिखाई देने के रूप में सामने आया है। जो बीजेपी के लिए प्लस वाला मामला है।

त्यागी-ब्राह्मण, वैश्य और जाट-गुर्जर का साथ

बीजेपी के लिए सबसे ज्यादा राहत की बात यह है कि अब तक मिली रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा को यह अपडेट मिला है कि जितना भी त्यागी, ब्राह्मण, जाट, गुर्जर, और वैश्य समाज का वोट इस साढे 33 परसेंट वोटिंग में पड़ा है। उनमें से लगभग 99 फीसदी भाजपा के पक्ष में गया है ।

सूत्रों की माने तो बीजेपी के अब तक के आंकड़े बता रहे हैं कि ब्राह्मण, त्यागी, गुर्जर, शत प्रतिशत और वैश्य जाट बिरादरी से लगभग 90 फ़ीसदी वोट बीजेपी को मिला है। यह आंकड़े बीजेपी के लिए कम मतदान के बावजूद बड़ी राहत राहत देने वाले हैं।

सूत्रों का यहां तक दावा है कि देर रात तक चले बीजेपी के मंथन से पता चला है कि इन तमाम बिरादरियों के अन्य पार्टियों से जुड़े नेताओं ने भी पहली बार एक तरफा बीजेपी के पक्ष में मतदान कराया है।

हिंदू रक्षा दल से कम नुकसान

बीजेपी के सूत्रों की माने तो देर रात तक पार्टी में जो मंथन हुआ है उससे एक बात और निकाल कर सामने आई है कि बीजेपी को हिंदू रक्षा दल की प्रत्याशी और पिंकी चौधरी की पत्नी पूनम के चुनाव मैदान में आने और मतदान से पहले पिंकी चौधरी की अपील का ऑडियो वायरल होने के बाद जितने नुकसान की उम्मीद थी उतना नहीं हुआ। हिंदू रक्षा दल के असर वाले इलाकों में भी बीजेपी ने दे रात ही जानकारी जुटाई है। जिससे पता चला है कि हिंदू रक्षा दल प्रत्याशी की तरफ से उम्मीद के मुताबिक कम नुकसान पार्टी को झेलना पड़ रहा है।

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