Priyanka Gandhi संभालने जा रहीं यूपी कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान !

Priyanka Gandhi

Priyanka Gandhi in UP: यूपी में कांग्रेस पार्टी ने जहां प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर तक की सभी कमेटियों को अचानक भंग करके बड़े बदलाव का संकेत दे दिया है, वहीं पार्टी के उच्चस्तरीय सूत्र बता रहे हैं कि हाल ही में रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल करके लोकसभा सांसद बनीं Priyanka Gandhi वाड्रा को यूपी अध्यक्ष पद की कमान सोंपने की तैयारी हो रही है। जाहिर है कि पार्टी यदि ये फैसला लेती है तो यूपी की सियासत में इसे किसी भूचाल से कम नहीं कहा जा सकता।

जहां ऐसा होते ही कांग्रेस पार्टी की ओवरहोलिंग तय है, वहीं अन्य राजनैतिक दलों के लिए भी ये किसी मुसीबत से कम नहीं है। जाहिर है कि कांग्रेस के इस फैसले का असर सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि सत्तारूढ़ बीजेपी सहित तमाम विपक्षी पार्टियों की 2027 के चुनावों की रणनीति पर भी पड़ेगा। चलिए जानते हैं कि कांग्रेस के इस फैसले का क्या असर कांग्रेसियों और अन्य पार्टियों की 2027 की रणनीति पर पड़ सकता है।

अचानक हो गया ऐलान

बीते बुधवार Rahul Gandhi और Priyanka Gandhi संभल की घटना में हताहत हुए लोगों के परिवार वालों से मिलने जा रहे थे। मगर पुलिस ने उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया। इस घटना के अगले ही दिन यूपी कांग्रेस की प्रदेश से ब्लॉक स्तर तक की सारी कमेटियों को भंग किया जाना कोई मामूली कदम नहीं था। पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने वीरवार को देर रात अचानक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निर्देशानुसार कमेटियों को भंग करने का फैसला सुना दिया। बाकायदा इसकी सूचना भी देर रात ही पार्टी नेताओं को भेज दी गई।

Up Congress में सभी इसे विधानसभा चुनाव 2027 को ध्यान में रखते हुए लिया गया फैसला मान रहे हैं। बताया जा रहा है कि अब नए सिरे से कमेटी का गठन होगा।

Priyanka Gandhi संभालेंगी UP की कमान

कांग्रेस के उच्चस्थ सूत्रों की मानें तो हाल ही में लोकसभा चुनाव जीतकर सक्रिय राजनीति में एंट्री करने वाली Priyanka Gandhi यूपी की नई प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त की जाने वाली हैं। इसके लिए पार्टी में बड़े स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। बताया ये जा रहा है कि इसके जरिये न सिर्फ कांग्रेस में जान फूंकने बल्कि लगातार हाशिये पर जा रही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने की गरज से ये बड़ा फैसला लिया जा रहा है। उधर, सुगबुगाहट ये भी है कि प्रियंका के साथ कांग्रेस की कुछ और महिला नेत्रियों को भी यूपी में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है।

पूर्व मंत्री सतीश शर्मा बोले- बदलाव की जरूरत थी

इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके सतीश शर्मा का कहना है कि ये सही है कि कांग्रेस में नये सिरे से संगठन में बदलाव किया जा रहा है। इस बदलाव की काफी समय से जरूरत भी महसूस की जा रही थी। दरअसल, प्रदेश में दो-दो अध्यक्ष तो बदले गए, मगर जिला या निचले स्तर पर कमेटियों के पुनर्गठन पर ध्यान नहीं दिया गया। जाहिर है कि 2027 से पहले होने जा रहे इस बदलाव से कांग्रेस नई ऊर्जा के साथ देश के सबसे बड़े सूबे में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कवायद कर रही है।

डॉली शर्मा का बढ़ेगा कद

कांग्रेस पार्टी में प्रवक्ता की जिम्मेदारी निभा रही डॉली शर्मा पिछले लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से चुनाव लड़ी थीं। सुरेंद्र प्रकाश गोयल के बाद वे ही एक मात्र कांग्रेसी प्रत्याशी रही हैं जिन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी को कई विधानसभाओं में कड़ी चुनौती दी। लिहाजा, Priyanka Gandhi से नजदीकी होने और कांग्रेस की नई रणनीति में यूपी की सियासत में महिलाओं को आगे लाने की कवायद डॉली का भी सूबे की राजनीति में कद बढ़ाने जा रही है। सूत्रों का कहना है कि उन्हें प्रदेश संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। कहा ये भी जा रहा है कि टीम प्रियंका में डॉली बड़े सिपेहसलार के रूप में नजर आ सकती हैं।

बीजेपी सहित तमाम दलों पर पड़ेगा असर

भले ही आज कुछ जिलों को छोड़ दें तो कांग्रेस की स्थिति खत्म पार्टी वाली है। मगर, इस बात से न सिर्फ बीजेपी और ना ही सपा-बसपा इनकार कर सकती है कि Priyanka Gandhi के हाथ में यूपी की कमान जाने से कांग्रेस में नई ऊर्जा आएगी। जिसका असर अलग-अलग जिलों में इन तमाम पार्टियों की स्थिति और पकड़ को ढीली कर सकता है। ये सुगबुगाहट कांग्रेस की कमेटियां भंग होने के बाद से ही तेज हो गई है। लिहाजा सभी इस इंतजार में है कि तस्वीर साफ हो तो उसके हिसाब से अपनी-अपनी 2027 की रणनीति में जरूरी बदलाव किए जाएं।

गलतियों से सबक ले रही कांग्रेस

गौरतलब है कि बीते विधानसभा चुनाव में पार्टी को हरियाणा और महाराष्ट्र में करारी हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं वहां पर की गई गलतियों को पार्टी दोहराना नहीं चाहती है। वहीं बात करें उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव की तो बीते कई सालों से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। उसे ध्यान में रखते हुए ही पार्टी ये बड़ा फैसला करने जा रही है।

ये कहा अजय राय ने

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कमेटियां भंग करने के मसले पर कहना है कि विधानसभा 2027 चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी हाई कमान ने यह निर्णय लिया है। उन्होंने माना कि पिछले काफी समय से कुछ नेता पार्टी में जिम्मेदार पदों पर जमे हुए हैं, लेकिन उनका कोई खास योगदान चुनाव में देखने को नहीं मिला। ऐसे में संगठन में बदलाव जरूरी था।

गुटबाजी भी बताई जा रही है वजह

वहीं, अंदरखाने में यह भी चर्चा चल रही है कि पार्टी के अंदर पदाधिकारियों में गुटबाजी चल रही थी। इस बात की जानकारी होने के बाद कांग्रेस पार्टी हाई कमान द्वारा तत्काल रूप से फैसला लेते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी इकाइयों को भंग कर दिया गया। गुरुवार देर रात जारी हुए आदेश में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश कमेटी, जिला, शहर और ब्लॉक कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की जाती है। यह आदेश पार्टी के महासचिव और संसद सदस्य केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी किया गया है।

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