Nigam का अभियान: बस! कमजोरों का ही अतिक्रमण दिखाई देता है, रसूखदारों पर एक्शन लो तो जानें !

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Nigam का अभियान: Nagar Nigam पिछले दो दिन से शहर को सुंदर बनाने की दिशा में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा है। लेकिन इस अतिक्रमण अभियान के दौरान एक भी ऐसा अतिक्रमण नहीं हटाया गया जिसे देखकर सामान्य लोग खुद अतिक्रमण हटाने लगें। केवल कार्रवाई उनके खिलाफ हुई जो या तो कमजोर थे और या फिर जिनका कोई रसूखदार पैरोकार नहीं था। लोगों के साथ-साथ नगरआयुक्त महोदय से बुलंद गाजिय़ाबाद का भी यही कहना है कि रसूखदारों के खिलाफ यदि एक्शन लें तो जानें ?

यहां शनिवार को चला अभियान

Nagar Nigam ने शनिवार को विजयनगर और कविनगर जोन में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। जबकि उसी दिन वसुंधरा, सिटी और मोहन नगर जोन में अनाउंसमेंट कराया गया कि अतिक्रमण हटा लें, वरना कार्रवाई होगी। शनिवार को गाजियाबाद नगर निगम सीमा में मार्गों से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए जोनल प्रभारियों को विशेष निर्देश नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा दिए गए थे। विजयनगर जोन में भागीरथी चौक से लीलावती चौक तक अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। जिसमें लगभग 17000 जुर्माना वसूला गया।

लेकिन इस कार्रवाई की जद में सिर्फ वही लोग आए जिनका कोई रसूखदार पैरोकार नहीं था। या सीधे-सीधे ये कहें कि कमजोर व्यापारियों पर ही कार्रवाई की गई। यही हाल कवि नगर ज़ोन के शास्त्री नगर मार्केट एरिया में रहा। 45000 जुर्माना वसूलते हुए पॉलिथीन मुक्त अभियान तथा अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। लेकिन यहां भी कार्रवाई के शिकार वही दुकानदार और व्यापारी बने जिनका कोई रसूखदार माई-बाप नहीं था।

सोमवार को यहां हुई Nigam की कार्रवाई

सोमवार को Nagar Nigam के दस्तों ने सिटी और कवि नगर ज़ोन में अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। Nigam ने बुलडोजर के माध्यम से कई मार्ग खाली कराए। Nigam के मुताबिक कवि नगर जोन में शास्त्री नगर से लेकर महिंद्रा एंक्लेव तक अतिक्रमण करने वालों से जहां 82000 रूपये वसूले गए। वहीं सिटी जोन में अंबेडकर रोड पुराना बस अड्डा चौधरी मोड़ पर एक लाख 20 हजार रूपये जुर्माना वसूला गया।

बुल्डोजर भी इस्तेमाल हुआ, सामान भी जब्त हुआ

Nigam की इस चल रही कार्रवाई के दौरान जहां बुल्डोजर का भी इस्तेमाल हो रहा है, वहीं अतिक्रण करके सरकारी जमीन पर रखा व्यापारी-दुकानदारों का सामान जब्त भी किया जा रहा है। इसके अलावा सड़क पर या दुकानों के बाहर रखे हुए जनरेटर भी हटाए जा रहे हैं।

इन पर करें कार्रवाई, तो जानें

विजयनगर जोन

लाईन पार क्षेत्र यानि विजयनगर जोन के अंतर्गत बिच्छल गेट के सामने से लेकर विजयनगर बागू तिराहे तक मुख्य मार्ग के किनारे बनी सर्विस रोड पूरी तरह से अतिक्रमण की चपेट में है। मगर, यहां चलने वाले अस्पताल और व्यापारिक संस्थानों ने सर्विस रोड पर जनरेटर से लेकर तमाम तरह से कब्जा जमा रखा है। जिसके चलते पीक ऑवर्स में लोग सर्विस लेन का इस्तेमाल ही नहीं कर पाते और जाम से जूझना पड़ता है। सवाल ये कि क्या ये सर्विस लेन अतिक्रमण मुक्त होगी। जिस पर विजयनगर थाने के सामने खुद पुलिस का ही दिन-रात कब्जा रहता है।

सिटी जोन

चारों गेटों के भीतर मौजूद घंटाघर, चौपला बाजार, दिल्ली गेट, सिहानी गेट और डासना गेट बाजारों में सड़क के बीचों बीच और व्यापारियों की दुकानों के सामने से लेकर खुद सिटी जोन के दफ्तर के इर्द-गिर्द अतिक्रमण चरम पर है। बावजूद इसके यहां दिन हो या रात जाम का जाम रहता है। कमोवेश यही हाल गंदे नाले वाले रास्ते और नई बस्ती व उसके आसपास की गलियों का है। अनाज मंडी में तो व्यापारियों ने दुकानों के आगे कई-कई सौ मीटर सड़क पर कब्जा कर रखा है।

नेहरू नगर में बने यशोदा अस्पताल ने तो सरकारी सड़कों पर ही कब्जा कर रखा है। जबकि उससे सटे पार्क का भी निजी इस्तेमाल कर रखा है। मालीवाड़ा चौक के पास प्यारे लाल पार्क की मार्केट में सड़कों पर कूलर कारोबारियों का कब्जा है तो जटवाड़ा और रमते राम रोड भी अतिक्रमण के चलते हर वक्त जाम से जूझता है।

कविनगर जोन

कविनगर में रामलीला मैदान रोड पर जोनल कार्यालय के बाहर ही सड़क के दोनों तरफ सुबह से रात तक अवैध अतिक्रण रहता है। अफसर-जनप्रतिनिधि भी इस रास्ते से गुजरते हैं। मगर जाम का झाम और अतिक्रण का कोई स्थाई समाधान आज तक नहीं निकला। संजयनगर में बने यशोदा अस्पताल के इर्दगिर्द सरकारी रास्ते औऱ जमीन पर अस्पताल ने निजी कब्जा जमा लिया है। यही नहीं इस रास्ते पर लोगों की सुविधा के लिए बनाए गए कट भी बंद कर दिए गए हैं। जिससे लोगों को करीब एक किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है। निजी अस्पताल की इस मनमानी की कई शिकायतें भी हो चुकी हैं।

मगर कोई एक्शन नहीं होता। सिटी जोन के अधिकांश पॉश इलाकों में रसूखदारों ने घरों के बाहर ही सड़क पर बड़े-बड़े जनरेटर लगा रखे हैं। इनके खिलाफ भी कार्रवाई की हिम्मत निगम अफसर या कर्मचारी नहीं करते।

वसुंधरा जोन

वसुंधरा में भी मुख्य मार्ग सके लगी सर्विस रोड्स पर व्यापारी औऱ दुकानदारों का कब्जा है। जिसके चलते सर्विस रोड का इस्तेमाल लोग नहीं कर पाते। वसुंधरा जोन के कई इलाकों में तो व्यवसाईयों ने सड़क के बीच बने डिवाइडर्स पर ही अवैध कब्जा करके अपने बड़े-बड़े जनरेटर लगा रखे हैं। जबकि कई निजी स्कूलों ने तो सर्विस रोड को अपनी निजी पार्किंग का रूप दे दिया है। शक्ति खंड में डीपीएस स्कूल की बसों से सुबह से दोपहर तक आधी सड़कें अटी रहती हैं। जबकि उस रास्ते से निकलने वाले लोगों को खासी असुविधा का सामना करना पड़ता है। लेकिन रसूख के चलते इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं होता।

मुख्य मार्गों का हटाओ अतिक्रमण

सिटी जोन में जीटी रोड मेरठ तिराहे से लेकर दौलतपुरा तक दोनों तरफ अतिक्रमण का शिकार है। मेरठ रोड तिराहे से लेकर डीपीएस मेरठ रोड तक दोनों तरफ अतिक्रण ही अतिक्रमण है, जिसने सर्विस लेन भी दबा रखी है। यही हाल हापुड़ तिराहे से सिहानी गेट कोतवाली तक दोनों तरफ है। यदि सख्ती और निष्पक्षता के साथ अतिक्रण हटे तो संदेह नहीं कि जाम का झाम काफी हद तक खत्म होने में मदद मिले।

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