Planted Murder in Ghaziabad: इसलिए जुड़ा नाड़े से नाड़ा-यूं लिखी गई 3 FIR (2)

Murder

आप पहली किश्त पढ़कर सोच रहे होंगे कि नाड़े से नाड़ा जुड़ने की बात भी कह दी, मगर क्रिमिनल, खाकी और खद्दर का कनेक्शन नहीं बताया। तो आपको बता दूं कि इस वैश्य दंपति के Planted Murder को महज आत्महत्या का नाम देकर अपनों के दामन से दाग मिटाने की कोशिश में गाजियाबाद पुलिस जुटी है।

दबाव चाहे अफसरशाही का हो या खद्दरधारियों का, हकीकत यही है। एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखने वाला शख्स सिर्फ लोक-लाज और परिवार की इज्जत बचाने के डर से मारा जाता है। इस भय का फायदा उठाकर किस तरह उसका और उसके परिवार का Planted Murder कर दिया गया, यही कहानी है पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए डबल सुसाइड—पंकज और रीना की मौत की।

हिम्मती पंकज इतना कमजोर कैसे हुआ?

वैश्य समाज वो है जो सूखे पेड़ से भी तेल निकालने का माद्दा रखता है। जिसने कभी किसी को हाथ पसारते नहीं देखा। लेकिन पंकज के परिवार के साथ ऐसा नहीं हुआ। एक संपन्न वैश्य परिवार से आने वाले पंकज को ऐसा कोकस फंसा गया कि उसने अंत तक लड़ाई लड़ी। लेकिन जब बात अपनों की इज्जत पर आई, तो उसने खुद के परिवार को खत्म करने का निर्णय ले लिया। सोचिए, जिसके पिता राजेंद्र नगर जैसे पॉश इलाके में रहते हों, और जिसका बड़ा भाई दिल्ली में सरकारी नौकरी के बड़े पद पर हो, वो आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाएगा?

इतना ही नहीं, जिसने अपने मंदबुद्धि बच्चे को 12 साल तक बड़े डॉक्टरों और स्कूलों से शिक्षा दिलाने में कोई कसर न छोड़ी हो, वो क्यों हार मान लेगा? इसका जवाब केवल एक ही है—Planted Murder।

 

रीना भी कम हिम्मती न थी

वैश्य परिवार की रीना ने संस्कारों के साथ पंकज का हर कदम पर साथ दिया। परिवार की जिम्मेदारियां बखूबी निभाईं, गृहणी बनीं और अच्छे-बुरे समय में पति के साथ खड़ी रहीं। मंदबुद्धि बच्चे के बावजूद छोटी नौकरी कर परिस्थितियों को संभालने की कोशिश की। लेकिन वक्त और हालात ने इस दंपति को मजबूर कर दिया। खद्दर, खाकी और अपराधियों के चक्रव्यूह में फंसे इस परिवार को कोई सहारा नहीं मिला।

रीना ने पति के कहने पर वो कदम उठाया जो पति को समय और समाज के लिहाज से सही लगा। यह सिर्फ सुसाइड नहीं था, बल्कि एक सोची-समझी योजना के तहत हुआ Planted Murder।

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तीन एफआईआर: पहली बार का मामला

इस मामले की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गाजियाबाद के इतिहास में पहली बार किसी आत्महत्या के केस में तीन-तीन एफआईआर दर्ज हुईं। बड़ा सवाल है कि आखिर तीन एफआईआर क्यों दर्ज की गईं?

हम आपको खाकी-खद्दर और क्रिमिनल्स के नाड़े के इस कनेक्शन से लेकर तीन एफआईआर दर्ज होने तक की पूरी कहानी बताएंगे। साथ ही यह भी साबित करेंगे कि यह केवल डबल सुसाइड नहीं, बल्कि पूरी तरह से एक Planted Murder है।

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