अफसरान! बंद कराओ, खाकी के संरक्षण में चल रहीं AIDS की दुकान

aids shop running under khaki protection

AIDS shop running under Khaki Protection: अब तो जिले के स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा भी ये साफ कर चुका है कि गाजियाबाद में AIDS कितनी तेजी से साल-दर साल बढ़ रहा है। लिहाजा, जिले में तैनात जिम्मेदार अफसरों को चाहिए कि अपने स्तर पर जिले के होटल-लॉज में चल रहे देह व्यापार के अवैध धंधों को बंद कराया जाए। ताकि किशोरों से लेकर युवाओं औऱ बुजुर्गों तक को यहां से मुफ्त में मिल रही एड्स की बीमारी को बढ़ने से रोका जा सके।

लेकिन सबसे दुखद पहलू ये है कि इस कारोबार को Khaki का संरक्षण मिलने की वजह से ये धंधा अब केवल व्यवसायिक क्षेत्र ही नहीं बल्कि गली-मुहल्लों और गांव देहातों तक में अपनी जड़ें जमा चुका है। जिम्मेदार बड़े अफसरों को चाहिए कि इस कारोबार को बढ़ावा देने वाले निचले स्तर के कर्मियों पर कार्रवाई करके अंकुश लगाया जाए।

गली-गली, मुहल्ले-मुहल्ले चल रहा देह व्यापार

सब जानते हैं कि गाजियाबाद न तो पर्यटन स्थल है। और ना ही कोई नामचीन धार्मिक स्थल। गाजियाबाद व्यवसायिक स्तर पर भी इतना मजबूत नहीं कि लोग यहां होटल-लॉज में आकर रूकते हों। बावजूद इसके आप शहरी इलाके से लेकर देहात क्षेत्र में चले जाओ आपको ओयो सहित अलग-अलग नाम से होटल-लॉज नजर आ जाएंगे। अबसे करीब एक दशक पहले तक ये होटल लॉज शहर के कुछ व्यवसायिक इलाकों या फिर हाईवे पर ही एक निश्चित तादात में होते थे।

मगर, आज हकीकत ये है कि गली-मुहल्लों और रिहायशी इलाकों तक में नियमों को ताक पर रखकर इनका संचालन हो रहा है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात तो ये है कि इन होटल-लॉज में असामाजिक गतिविधियों खासकर देह व्यापार के संचालन की शिकायत यदा-कदा स्थानीय लोगों के द्वारा भी की जाती रहती हैं। मगर निचले स्तर पर Khaki वालों से साठगांठ के चलते देह व्यापार का ये धंधा जिले में अपनी जड़ें जमाता जा रहा है। नतीजा आपके सामने आई जिला स्वास्थ्य विभाग की एड्स संबंधी रिपोर्ट के रूप में आपके सामने आ चुका है। जो साल दर साल जिले में एड्स के रोगियों की तादात को बढ़ा रहा है।

AIDS बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है देह व्यापार

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में हालाकि AIDS के फैलने के और भी कई कारण बताए गए हैं। इनमें AIDS को रोकने को लेकर जारी कई तरह की गाइडलाईंस की अनदेखी समेत बहुत से कारण हैं। मगर सबसे बड़ी जो वजह सामने आई है वो सेक्सुअल रिलेशन ही है। खासकर चिकित्सा विभाग ने जिले के वो 10 इलाके भी बताए हैं जहां खासकर बड़े रूट पर चलने वाले वाहनों के चालक भी सेक्स वर्कर्स के जरिये अपनी यौन पिपासा शांत करते हैं। जाहिर है कि ये सब अनैतिक देह व्यापार के चलते ही संभव हो रहा है।

आला अफसरों की कार्रवाई से भी हो चुका खुलासा

चाहें सिटी एरिया में कोतवाली नगर क्षेत्र के रेलवे रोड बजरिया में पुलिस की कार्रवाई हो या फिर विजयनगर थाना क्षेत्र में पुलिस के उच्चाधिकारियों द्वारा की गई छापेमारी। इसके साथ-साथ देहात क्षेत्र में चलने वाले होटलों में भी उच्चाधिकारियों की छापेमारी से ये बात साफ हो चुकी है कि जिले में होटल-लॉज देह व्यापार के जरिये एड्स फैलाने की दुकानें संचालित कर रहे हैं। अब देखना ये है कि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद जिले के संबंधित विभागों के अफसर इस पर कितना ध्यान देते हैं और एड्स जैसी जानलेवा बीमारियों को फैलाने वाली दुकानों और उनके संचालकों के खिलाफ किस तरह का एक्शन लेते हैं।

निचले स्तर पर Khaki का है संरक्षण

भले ही उच्चाधिकारियों को ये बात नागवार गुजरे मगर इस सच्चाई से खास हो या आम हर कोई इत्तेफाक रखता है कि जिले में बने होटल-लॉज में पुलिसकर्मियों ने स्थाई ठिकाने बना रखे हैं। निशुल्क यहां पुलिसकर्मियों को सुविधा देने की एवज में होटल औऱ लॉज के मालिक औऱ संचालक देह व्यापार का ये अवैध कारोबार संचालित कर रहे हैं। और उनकी इस करतूत में निशुल्क सेवाएं लेने वाले Khaki वर्दीधारियों का बड़ा योगदान है।

खासकर जब कि किसी बड़े अफसर द्वारा रेड की जाती है, तो इन्हीं कर्मियों या निचले अफसरों के द्वारा होटल संचालकों और लाज मालिकों को रेड की जानकारी पहले से दे दी जाती है। जिसका नतीजा किस तरह से सामने आता है आप खुद समझ सकते हैं।

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