Bandra Station Mumbai पर हाल ही में घटित एक घटना ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस भगदड़ में नौ लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। शिवसेना के वरिष्ठ सांसद और नेता संजय राउत ने इस घटना को लेकर केंद्र सरकार और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर तीखा हमला बोला है। उनका आरोप है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बुलेट ट्रेन परियोजना में अधिक ध्यान दे रहे हैं, जबकि मुंबई के रेलवे बुनियादी ढांचे और स्थानीय यात्रियों की सुरक्षा को अनदेखा किया जा रहा है।

Bandra Station पर भगदड़ से यात्री हुए घायल
रविवार की सुबह Bandra Station पर गोरखपुर जाने वाली ट्रेन में चढ़ने के दौरान यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अचानक मची भगदड़ में नौ लोग घायल हो गए। स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण स्थिति और बिगड़ गई। अधिकारियों के अनुसार, दो घायलों की हालत काफी गंभीर है और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस भगदड़ ने एक बार फिर बांद्रा स्टेशन और अन्य व्यस्त स्टेशनों पर बुनियादी सुविधाओं और सुरक्षा प्रबंधन की कमी को उजागर कर दिया है।
शिवसेना सांसद संजय राउत की तीखी प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद, शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस में Bandra Station की इस स्थिति पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की कड़ी आलोचना की। राउत ने कहा कि मुंबई जैसी महानगरीय शहर, जो कि केंद्र सरकार को सबसे अधिक राजस्व प्रदान करता है, वहां के यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं न होने के कारण लोग परेशान हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रेल मंत्री बुलेट ट्रेन परियोजना में इतने व्यस्त हैं कि उन्हें मुंबई के यात्री और उनकी सुरक्षा की समस्याओं पर ध्यान देने का समय नहीं है।
राउत ने कहा, “मुंबई, केंद्र सरकार को सबसे अधिक राजस्व देता है, लेकिन इसके बावजूद यहां के यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती। Bandra Station और अन्य स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।”
बुलेट ट्रेन परियोजना पर जोर, Bandra Station की अनदेखी
शिवसेना नेता ने आरोप लगाया कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर अत्यधिक ध्यान दे रहे हैं, जबकि मुंबई के रेलवे स्टेशनों की जर्जर हालत और यात्री सुरक्षा की अनदेखी हो रही है। बांद्रा स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन पर भीड़भाड़ से निपटने के लिए आवश्यक उपाय नहीं किए गए हैं, जिससे आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। राउत का कहना है कि रेल मंत्रालय को अपने मौजूदा रेलवे बुनियादी ढांचे की सुधार पर ध्यान देना चाहिए, न कि केवल बुलेट ट्रेन जैसी हाई-प्रोफाइल परियोजनाओं पर।
उन्होंने कहा, “रेल मंत्री बुलेट ट्रेन परियोजना में इतने व्यस्त हैं कि उन्हें मुंबई के स्टेशनों की समस्याओं की कोई जानकारी नहीं है। बांद्रा स्टेशन जैसी जगह पर यह समस्या गंभीर होती जा रही है और इसे तुरंत समाधान की जरूरत है।”
उपनगरीय यात्रियों की समस्याओं की अनदेखी
संजय राउत ने इस बात पर भी जोर दिया कि मुंबई के उपनगरीय यात्रियों की संख्या देश में सबसे अधिक है, और उनका दैनिक जीवन बांद्रा स्टेशन और अन्य उपनगरीय स्टेशनों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि भारी भीड़ और खराब प्रबंधन के चलते मुंबई के यात्रियों को रोजाना मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
राउत ने कहा, “बांद्रा स्टेशन पर जैसी स्थिति है, उससे यह साफ हो जाता है कि सरकार मुंबई के लोगों की जरूरतों को प्राथमिकता देने में विफल हो रही है। रेल मंत्री को यहां के यात्रियों की परेशानियों को समझना चाहिए और समाधान के लिए कदम उठाना चाहिए।”
लगातार हो रही रेल दुर्घटनाएं और केंद्र सरकार की उदासीनता
राउत ने वर्तमान एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में हुईं रेल दुर्घटनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जबसे नई केंद्र सरकार ने पदभार संभाला है, तबसे अब तक कम से कम 25 बड़ी रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार ने इन दुर्घटनाओं से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं और बांद्रा स्टेशन जैसी जगहों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए क्या समाधान पेश किया है।
राउत का कहना था कि यदि केंद्र सरकार देश की आर्थिक राजधानी से राजस्व प्राप्त कर रही है, तो उसे यहां के लोगों की सुरक्षा और सुविधाओं के प्रति भी उतना ही गंभीर होना चाहिए। बांद्रा स्टेशन पर घटित इस भगदड़ की घटना सरकार की उदासीनता का एक उदाहरण है, जहां यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं।
Bandra Station पर सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की जरूरत
बांद्रा स्टेशन जैसी जगहों पर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षा और प्रबंधन उपायों को लागू करना बेहद जरूरी है। राउत ने कहा कि रेलवे को इस मामले में ठोस कदम उठाने चाहिए और मुंबई के स्टेशनों को सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
राउत ने कहा, “बांद्रा स्टेशन पर हुए हादसे के बाद यह जरूरी है कि रेल मंत्रालय तुरंत एक व्यापक योजना तैयार करे, जिससे मुंबई के यात्रियों को एक सुरक्षित और सुविधाजनक परिवेश में यात्रा करने का मौका मिल सके। सरकार को इस मामले में जवाबदेही निभानी होगी।”
यात्री सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत
बांद्रा स्टेशन पर मची भगदड़ ने यह सिद्ध कर दिया कि मुंबई जैसे महानगरों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए अधिक तत्परता की आवश्यकता है। संजय राउत के बयान इस ओर संकेत करते हैं कि सरकार और रेल मंत्री को अपनी प्राथमिकताओं पर पुनर्विचार करना चाहिए। मुंबई जैसे शहर, जो आर्थिक दृष्टिकोण से देश के लिए महत्वपूर्ण है, वहां यात्री सुविधाओं और सुरक्षा पर ध्यान न देना अस्वीकार्य है।
संजय राउत के अनुसार, बुलेट ट्रेन जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की जरूरत अपनी जगह है, लेकिन जबतक बांद्रा स्टेशन जैसी जगहों पर सुरक्षा प्रबंध दुरुस्त नहीं किए जाते, तब तक यात्री जोखिम में ही रहेंगे। रेल मंत्रालय को इस घटना से सबक लेकर मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।