
Hindu Raksha Dal की प्रत्याशी: केवल हिंदू समाज और हिंदुओं के विकास की बात करने वाले संगठन Hindu Raksha Dal के राष्ट्रीय अध्यक्ष Pinki Chaudhary हालाकि इन दिनों जेल में हैं, मगर उनकी पत्नी Poonam Chaudhary गाजियाबाद की सीट पर हो रहे उप-चुनाव में अकेली महिला प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। अन्य उम्मीदवारों की तरह वो भी अपनी जीत के प्रति आश्वास्त हैं वो दावा कर रही हैं कि हिंदू समाज के प्यार और सहयोग के बूते वो चुनाव जीतकर यूपी की विधानसभा जाएंगी। Poonam Chaudhary से हमने चुनाव से जुड़े कुछ खास मुद्दों को लेकर कट टू कट बात की…सुनें क्या थे सवाल और क्या मिले Poonam Chaudhary से जवाब।
पढ़े क्या कहा Hindu Raksha Dal की प्रत्याशी पूनम चौधरी ने

प्रश्न 1- यदि विधायक बनीं तो आपकी पांच वरीयताएं क्या होंगी ?
उत्तर– महिला हूं, तो सबसे पहले महिलाओं की ही सोचूंगी। मेरा और मेरे पति का सपना रहा है कि बहन-बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बेहतर से बेहतर काम हो। यही मेरी भी सबसे पहली प्राथमिकता है। विधायक बनते ही सबसे पहले बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए ठोस से ठोस इंतजाम किए जाएंगे और जितने भी लव-जेहाद करने वाले मनचले सड़कों पर घूमते हैं इनका इलाज करने का काम करूंगी। बेटियों को बेहतर से बेहतर शिक्षा सुलभता के साथ मिले इस पर काम करूंगी।
लाईनपार क्षेत्र की हालत किसी से छिपी नहीं है। बेटियों की शिक्षा के नाम पर महज एक इंटर कॉलेज है। प्राइमरी से डिग्री कॉलेज तक की पढ़ाई के लिए बेटियां निजी स्कूलों पर निर्भर हैं। प्राइमरी सरकारी स्कूलों की हालत से आप सब परिचित हैं हीं कि वहां शिक्षा का क्या हाल है ? स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी दयनीय हालय में है ये किसी से छिपा नहीं है। हमारे इलाके के स्वास्थ्य राज्यमंत्री इसी इलाके के चुनक विधायक बने, मगर लाईन पार क्षेत्र को स्वास्थ्य सेवाएं देने की दिशा में उन्होंने कोई काम नहीं किया। मेरी प्राथमिकताओं में लाईन पार क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारना प्रमुख है।
प्रश्न 2- लाईनपार क्षेत्र की आम जन से जुड़ी जनसमस्याओं पर क्या करेंगी ?
उत्तर- आज बीजेपी की सरकार में देख लीजिए केवल पॉश इलाकों में जो खुद लोगों ने साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाएं खुद के या आरडब्ल्यूए के बूते कर रखी हैं उन्हीं को दिखा-दिखाकर केवल स्मार्ट सिटी का दावा किया जा रहा है। हकीकत देखनी है तो लाईनपार क्षेत्र के लाल क्वार्टर्स में जाकर देखिए, सुदामापुरी में देखिए, कृष्णा नगर बागू में देखें, अकबरपुर-बहरामपुर जाएं, वहां के राहुल विहार में देखकर आएं।
आवास-विकास कालोनी की पॉश कालोनियों के पास बनी काशीराम कालोनी में जाकर देखें कि इस सरकार ने आम लोगों की पानी-बिजली, साफ-सफाई और गंदे पानी की निकासी पर कितना ध्यान दिया है। केवल पॉश इलाकों में थोड़े-बहुत पैधे लगाकर विकास का दावा कर दिया जाता है। आप बताइये कि कितने दशक से गाजिय़ाबाद नोएडा के लोगों को लाईनपार क्षेत्र में बने गंगाजल पानी के प्लांट से सप्लाई की जा रही है। मगर इस लाईनपार क्षेत्र की आबादी आजतक गंगाजल से महरूम क्यों है ? इस सवाल का जवाब किसी भाजपाई के पास या उनके जनप्रतिनिधियों के पास नहीं है। मैं तो कहती हूं कि जब ये वोट मांगने लोगों के घरों पर पहुंचे तो इनसे ये सवाल किए जाएं।
प्रश्न 3- आप किस आधार पर हिंदू समाज से वोट की अपील कर रही हैं ?
उत्तर- देखिए केवल गाजियाबाद विधानसभा या गाजियाबाद नहीं बल्कि पूरा देश जानता है कि किस तरह से हिंदू समाज से जुड़े मुद्दों पर हिंदू रक्षा दल के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ मेरे पति पिंकी चौधरी ने हिंदुओं के हक और सम्मान की लड़ाई लड़ी है। चाहें गोरक्षा की बात हो, चाहें किसी मंदिर की अस्मत से खिलवाड़ का मसला हो या फिर लव-जेहाद के नाम पर समाज की किसी बहन-बेटी के साथ अन्याय का मसला हमेशा ये दल दिन हो या रात हिंदुओं की आवाज बनकर, हिन्दुओं की ढाल बनकर खड़ा हुआ है। इसीलिए मैं मुस्लिम समाज के नहीं सिर्फ अपने हिंदू समाज के लोगों के बीच वोट मांगने जा रही हूं।
प्रश्न 4- लेकिन केंद्र और प्रदेश में बनी मोदी-योगी की सरकार भी तो हिन्दुत्व के नाम पर ही वोट मांग रही है। फिर आपको कोई वोट क्यों दे ?
उत्तर- देखिए मोदीजी और योगीजी के नाम पर बीजेपी ने हमेशा वोट लिया। मगर इस पार्टी से टिकट लेकर जो भी चुनाव लड़े उन्होंने गिरगिट की तरह रंग बदला। चुनाव से पहले कुछ और चुनाव के बाद कुछ। आखिर कब तक मोदीजी और योगीजी के नाम पर इन गिरगिट बने नेताओं को वोट दे-देकर हिन्दू समाज पार्षद-विधायक और सांसद बनाता रहेगा। चुनाव से पहले तो ये मंदिरों में भी जाएंगे, धार्मिक कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे हर हिन्दू के घर जाकर बिरादरी से ऊपर उठकर हिन्दूत्व के नाम पर वोट भी मांगेंगे, मगर बताईये बीते ढाई सालों में कितने जनप्रतिनिधि हिन्दू समाज के साथ होने वाली दिक्कतों में कभी खड़े हुए।
मेरे पति हिन्दुत्व की लड़ाई लड़ रहे थे। उसी की सजा के रूप में उन्हें इन नकली हिन्दूवादियों ने जेल में रखा हुआ है। यदि वो चुनाव लड़ने का ऐलान नहीं करते तो बाहर होते। यदि वो बाहर होते तो डासना मंदिर पर जिस तरह से यति महाराज और उऩके समर्थक हिन्दू भाईयों पर लाठीचार्ज हुआ उन्हें जेल में ढूसा गया नहीं होता। बताईये उस वक्त कहां थे ये तमाम कथित हिन्दूवादी जब लाठियां चल रही थीं डासना मंदिर की महापंचायत में पहुंचे कार्यकर्ताओं पर।
प्रश्न 5- आप सिर्फ हिन्दू समाज में जाकर ही वोट की अपील कर रही हैं, फिर भी आपको क्यों लगता है कि हिन्दू समाज बीजेपी की बजाय आपको ही वोट देकर जिताएगा ?
उत्तर- देखिए हिंदू जाग गया है, वो समझ गया है कि इन गिरगिट बने नकली हिन्दूवादियों को। यदि ऐसा नहीं होता तो बताईये क्यों हारते ये अयोध्याजी का चुनाव। मंदिर हिंदूओं के पैसे से बना मगर उसका पूरा क्रेडिट ये ले रहे हैं। जबकि जितना पैसा आया, उतना लगाया नहीं। अयोध्या के हिन्दुओं के लिए इन्होंने कुछ किया होता तो क्या चुनाव हारते। जनता इन बहरूपियों को पहचान चुकी है। मेरे पति ने जेल में होने के बावजूद चुनाव के लिए नामांकन करने की परमिशन मांगी, मगर इन लोगों ने नहीं मिलने दी।
मेरे पति की जमानत भी केवल इसीलिए नहीं होने दी जा रही क्योंकि इन्हें पता है कि इस बार इनका मोदीजी और योगीजी के नाम की आड़ में हिन्दुओं से वोट लूटने का काम नहीं चल पाएगा। इसीलिए मेरे पति को बाहर नहीं आने दिया। लेकिन मेरा पूरा हिन्दू समाज मेरे पति के बिना भी मेरे साथ चुनाव में सहयोग करने के लिए खड़ा है।
भले ही इन ढोंगी हिन्दूवादियों की वजह से सारे तीज-त्यौहार मेरे परिवार ने पिंकी चौधरी के बिना मनाए, मगर मुझे विश्वास है कि मेरे और मेरे परिवार के साथ हिन्दुओं के लिए लड़ने वाले असली योद्धा के साथ इन ढोंगी भाजपाईयों ने जो किया है वो जनता देख रही है और इसका जवाब 20 नवंबर को मतदान के दौरान जरूर देगी।
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