SIMS: पेरेंट्स सावधान ! आपके बच्चों को मिल रहे छिपकली वाले पकवान

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SIMS Food Scandal: मुंहमांगे पैसे देकर यदि आप अपने बच्चों को बड़े-बड़े कॉलेजों में पढ़ा रहे हैं और मान रहे हैं कि उन्हें सबकुछ सही मिल रहा है, तो यह आपकी भूल हो सकती है। क्योंकि मुंहमांगे पैसे लेने के बावजूद आपके बच्चों को कॉलेज की मैस में महंगे पकवानों के नाम पर छिपकली वाला खाना परोसा जा रहा है। यह हम हवा में नहीं कह रहे हैं बल्कि ऐसा हुआ है यूपी के हापुड़ जिले के एक मेडिकल कॉलेज में।

SIMS नाम के इस शिक्षण संस्थान में मेडिकल स्टूडेंट्स को मैस में जो खाना दिया गया, उसमें जहरीली छिपकली पाई गई। उस जहरीले खाने का सेवन करने से मेडिकल के कई छात्रों की हालत बिगड़ गई। उन्हें कॉलेज के ही आईसीयू में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। हालांकि कॉलेज प्रशासन सभी छात्रों की हालत स्थिर होने का दावा कर रहा है। 

ये है मामला

हापुड़ के SIMS में स्टूडेंट्स को जो भोजन मिला, उसे खाते ही कुछ की हालत बिगड़ने लगी। तत्काल इसकी जानकारी कॉलेज प्रबंधन को दी गई। कॉलेज प्रबंधन ने बीमार छात्रों को तुरंत कॉलेज के अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में पाया गया कि छात्रों को परोसे गए खाने में छिपकली मिली थी। तुरंत ही उस खाने को न सिर्फ फिंकवाया गया, बल्कि बाकी छात्रों को परोसने से भी रोक दिया गया।

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ये कहना है SIMS कॉलेज प्रबंधन का

SIMS के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट राजेश भाटिया के अनुसार, इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए मैस के पूरे स्टाफ को तत्काल प्रभाव से छुट्टी पर भेज दिया गया है। भविष्य में इस तरह की घटना न हो, इसके लिए नए इंतजाम किए जा रहे हैं। डॉ. भाटिया ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए एक टेक्निकल टीम का गठन किया गया है। उनका दावा है कि जहरीला खाना खाने से बीमार हुए छात्र फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

महंगे दाम, जहरीले पकवान

यह पहली बार नहीं है कि किसी कॉलेज की मैस में इस तरह का मामला सामने आया हो। Delhi-NCR के कई शिक्षण संस्थानों में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। मगर यहां की मैस में छात्रों को दिए जाने वाले खाने और उसकी गुणवत्ता का औचक निरीक्षण न तो कॉलेज प्रबंधन करता है और न ही संबंधित विभाग। यही वजह है कि छात्रों से खाने के नाम पर भारी रकम वसूली जाती है, लेकिन गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता।

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रसूखदारों के कॉलेज, कौन ले एक्शन?

SIMS जैसी घटनाओं की सबसे बड़ी वजह यह है कि दिल्ली-एनसीआर में शिक्षा से जुड़े संस्थान रसूखदार लोगों के हाथों में हैं। इनमें कई संस्थान राजनीतिक दृष्टि से भी मजबूत परिवारों द्वारा चलाए जाते हैं। ये लोग नियमों की खुल्लम-खुल्ला अनदेखी करते हैं, मगर इनके रसूख की वजह से सरकारी स्तर पर इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। यही कारण है कि छात्रों के स्वास्थ्य और उनकी सुविधाओं की अनदेखी की जाती है।

हापुड़ के SIMS में हुई यह घटना इसी लापरवाही और बेपरवाही का ताजा उदाहरण है। अभिभावकों से भारी रकम वसूलने के बावजूद छात्रों को दी जाने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता पर ध्यान न देना एक गंभीर समस्या है।

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