
Rajneeti तेरा भी रंग निराला : बड़ी पुरानी कहावत है और मान्यता भी है कि राजनीति वही कर सकता है जो हया-शर्म ईज्जत-बेज्जती को घर पर रखकर इस मैदान में उतरे। शायद इसीलिए नेताओं की तुलना भी गिरगिट से गाहे-ब-गाहे की जाती है। इसकी बानगी दिखी बहुजन समाज पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप जाटव उर्फ ओके के एक हम…., हम निवाला मित्र राजू सिंह की कारगुजारी के रूप में।
दरअसल, बसपा के पूर्व अध्यक्ष के खासमखास राजू दिन में तो चंद्रशेखर रावण की पार्टी के प्रत्याशी सतपाल चौधरी के कार्यक्रम में नजर आए, तो शाम को गले में बहुजन समाज पार्टी का पटका डालकर परमानंद गर्ग के चुनावी कार्यालय पर। हालाकि राजू सिंह अकेले नहीं जो ऐसा कर रहे हैं बहुजन समाज से जुड़े दर्जनों बड़े-छोटे नेताओं की स्थिति कमोवेश यही है।
ये हैं राजू सिंह
बहुजन समाज पार्टी में कुलदीप ओके का नाम पुराने बसपाईयों में गिना जाता है। वो इसी वजह से पार्टी के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। लेकिन पिछले लंबे समय से वो पार्टी के प्रति वफादारी नहीं निभा पा रहे। इसकी बानगी उनके नजदीकियों की हरकत से हाल ही में सामने आई है। अभी हाल ही में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी परमानंद गर्ग के विजयनगर स्थित चुनाव कार्यालय पर बैठक थी। बैठक में पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी शमशुद्दीन राईन भी शामिल हुए थे। इसी बैठक में बसपा नेता कुलदीप ओके अपने साथी राजू सिंह के साथ बसपा जिंदाबाद के नारे लगाते हुए दिखे थे।
उसके कुछ समय बाद ही आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना सांसद चन्द्रशेखर आजाद, आसपा प्रत्याशी सत्यपाल चौधरी के समर्थन में जनसभा करने के लिए बागू पहुंचे। इसी सभा में कुलदीप ओके का साथी राजू सिंह मंच को साझा करते हुए नजर आया। हालाकि चर्चा तो इस बात की भी है कि कुलदीप भी चंद्रशेखर के कार्यक्रम में मौजूद रहे, मगर इस बात का कोई सबूत नहीं दे सका। जबकि राजू चंद्रशेखर के साथ मंच पर एक फोटो में कैद हुए हैं। राजू के चलते बसपा में कुलदीप की वफादारी पर भी सवाल उठने लगे हैं। बसपा के लोग ही चर्चाकर रहे हैं कि पार्टी नेता ही इस तरह का कार्य करेंगे, तो संगठन मजबूत कैसे होगा ?

ओके की Rajneeti पर पहले भी उठे हैं सवाल

कुलदीप ओके पर अनुशासनहीनता करने का आरोप पहली बार नहीं लगा है। इससे पहले भी जनवरी, 2022 में भी तत्कालीन जिलाध्यक्ष ने कुलदीप ओके को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने पर बसपा से निष्कासित किया था।
कुछ ओवेसी और एसपी खेमे में भी लगा रहे हाजिरी
बहुजन समाज से जुड़े कुछ नेता ऐसे भी हैं जो इन दिनों केवल बसपा-आसपा ही नहीं बल्कि ओवेसी की पार्टी और समाजवादी पार्टी के कार्यालयों में भी हाजिरी लगाते हुए आपको कभी भी किसी भी वक्त दिखाई दे सकते हैं। ऐसे नेताओं की तादात खासकर लाईनपार में सबसे ज्यादा है। जहां ज्यादा मीठी चाय मिल जाएगी नेताजी वहीं का राग एक सुर में अलापने लगेंगे।
प्रत्याशियों की पोटली खुलने का इंतजार
ऐसे नेता इन दिनों सिर्फ इंतजार कर रहे हैं प्रत्याशियों की पोटलियां खुलने का। जिस नेता की पोटली से ज्यादा का ऑफर होगा खुलकर उसी का गुणगान करने में ये नेता जुट जाएंगे।
बीजेपी खेमे में भी बहुत हैं ऐसे
ऐसा नहीं है कि केवल ये हालत विपक्षी पार्टियों में ही है, बल्कि बीजेपी खेमें में भी ऐसे बहुत सारे नेता हैं जो या तो तवज्जों न मिलने से नाराज चल रहे हैं औऱ घर बैठे हैं। और बहुत सारे ऐसे हैं जो प्रत्याशी महोदय की सारी व्यवस्थाएं देख रहे साहब के पोटली खोलकर रेवड़ियां बांटे जाने की बाट जोह रहे हैं। जल्द कुछ ऐसे ही भाजपाईयों की करतुते भी फोटो सहित हम आप तक पहुचाएंगे।
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