Record जीत: भले ही बीजेपी ने कम मतदान के बावजूद गाजियाबाद विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज कर ली हो। मगर, पार्टी में भीतरखाने जबरदस्त घमासान चल रहा है। जनरल वी.के.सिंह की गाजियाबाद से लगभग हो चुकी विदाई के बाद से पार्टी में ‘टीम अतुल गर्ग बनाम सब’ महाभारत चल रही है। दरअसल, संगठन से लेकर जनप्रतिनिधियों के मामले में सांसद बनते ही अतुल गर्ग का कद बढ़ा है। जो बहुतों को या ये कहें कि अधिकांश उन लोगों को रास नहीं आ रहा जो टीम अतुल गर्ग का हिस्सा नही हैं। या किसी न किसी तरीके से उन लोगों के संपर्क में हैं जो एंटी अतुल गर्ग रहे हैं।
इसकी ताजा बानगी देखने को मिली है हालिया जारी हुई मंडल अध्यक्षों के चुनाव प्रभारियों की सूची के रूप में। इस सूची में या तो उन लोगों को तरजीह मिली है जो टीम अतुल गर्ग का हिस्सा हैं। या फिर उन लोगों को जो तटस्थ की हालत में हैं। विरोधियों में से किसी को भी इस सूची में जगह नहीं मिली है। जाहिर है कि एंटी टीम अतुल गर्ग इस वक्त साइलेंट मोड में है। और इंतजार में है कि कब और कैसे मोर्चा खोला जाए।
ये हैं मंडलों में चुनाव अधिकारी
गाजियाबाद विधानसभा
- विजयनगर- पप्पू पहलवान
- प्रताप विहार- संदीप त्यागी
- क्रासिंग- अनिता शर्मा
- शहर- सुनील यादव
- गांधीनगर- सुरेन्द्र नागर
साहिबाबाद विधानसभा
- शालीमार गार्डन- विरेश्वर त्यागी
- लाजपतनगर- मनोज यादव
- ब्रज विहार- आशु वर्मा
- भौपरा- धीरज शर्मा
- वसुंधरा- पृथ्वी सिंह कसाना
- इंदिरापुरम- बलदेव राज शर्मा
- खोड़ा- सचिन डैढा
- खोड़ा मकनपुर- संजय कांत शर्मा
- अर्थला (मोहनगर)- राजेश शर्मा
मुरादनगर विधानसभा
- कविनगर- सरदार एस पी सिंह
- गोविन्दपुरम- रनिता सिंह
- राजनगर- मोनिका पण्डित
- मुरादनगर शहर- अनुज कश्यप
- मुरादनगर देहात- चमन चौहान
- नन्दग्राम- राजीव त्यागी
चुनाव अधिकारियों में वो, जो टीम अतुल या तटस्थ
टीम अतुल गर्ग
यदि टीम अतुल गर्ग की बात करें तो इसमें विरोध और कोई गॉडफादर न होने के बावजूद दो बार महानगर अध्यक्ष रहे संजीव शर्मा का नाम है। कई पुरानों को चारों खाने चित करके विधायकी का टिकट पाने और चुनाव जीतने वाले संजीव शर्मा के अलावा उनकी महानगर कमेटी में महामंत्री और उनके ब्रह्मास्त्र पप्पू पहलवान भी टीम अतुल गर्ग का हिस्सा हैं। पहलवान के अलावा इसी टीम के खिलाड़ी संजय कांत भी हैं।
इनके अलावा टीम अतुल गर्ग की बात करें तो अगला नाम सुनील यादव का है। अतुल गर्ग के बूते कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए सुनील ने कई लोगों का पत्ता काटकर पार्षदी का टिकट पाया। अतुल गर्ग के ही बूते कोई राजनीतिक अनुभव नहीं होने के बावजूद मनोनीत पार्षद बनने वाले सुरेंद्र नागर का नाम है। जो फिलहाल निर्वर्तमान हैं। मगर अतुल के वफादार हैं।
मजबूरी में ये हैं तटस्थ
तटस्थ वाली भूमिका में सबसे पहला नाम है बलदेव राज शर्मा का। इनके तटस्थ होने की वजह से ही अब तक इन्हें बालेश्वर त्यागी, रमेश चंद्र तोमर और अन्य पुराने भाजपाईयों की तरह मार्गदर्शक मंडल में नहीं डाला गया है। यही वजह है कि तटस्त की भूमिका वाले सरदार एसपी सिंह, पृथ्वी सिंह कसाना और आशु वर्मा के नाम भी चुनाव अधिकारियों की सूची में हैं। और वो अब तक मार्गदर्शक मंडल में नहीं गए हैं।
संजीव से संगठन में ब्राह्मणों का नुकसान
बीजेपी में संजीव के पहले दो बार महानगर अध्यक्ष और फिर गाजियाबाद सीट पर बीजेपी के टिकट पर विधायक बनने से इसमें दोराय नहीं कि ब्राह्मण समाज की त्योरियां चढ़ी हैं। मगर, बात यदि बीजेपी की करें तो संजीव के विधायक बनने से बीजेपी संगठन में अब ब्राह्मणों की दावेदारी घटने वाली है। सूत्र बताते हैं कि लाईनपार क्षेत्र में तीन मंडल अध्यक्षों में से दो जहां अब तक ब्राह्मणों पर थे, उनमें घटतोली की जाने वाली है। इतना ही शहर के अन्य मंडल अध्यक्ष चाहें वे मुरादनगर विधानसभा सीट वाले हों या फिर साहिबाबाद वाले वहां भी बीजेपी के संगठन में ब्राह्मणों का कद घटने जा रहा है।
ये चर्चा गर्म है
हालाकि फिलहाल माना जा रहा है कि जिले में बीजेपी पर टीम अतुल गर्ग का बर्चस्व है। मगर, इस बात को लेकर खासी चर्चा है कि क्या वजह है कि टीम अतुल गर्ग के सिपाहियों को उनके इलाके से बाहर करके टीम संजीव शर्मा लाईन पार क्षेत्र में अपनी पेंठ बढा रही है। बीजेपी के कुछ पुराने नेताओं ने ही नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि महानगर बीजेपी के महामंत्री और संजीव शर्मा के खासमखास पप्पू पहलवान को जहां विजयनगर मंडल में चुनाव प्रभारी बनाकर भेजा गया है।
वहीं विजयनगर मंडल में रहने वाले पूर्व डिप्टी मेय़र रहे सुनील यादव और उसी इलाके के रहने वाले बीजेपी के पूर्व मनोनीत पार्षद सुरेंद्र नागर को लाईन पार से बाहर चुनाव प्रभारी बनाकर भेजने के पीछे की राजनीति क्या है ? इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। चर्चा है कि संजीव शर्मा अपने विधानसभा क्षेत्र में अपने लोगों की तैनाती कराकर टीम अतुल गर्ग के हिस्सा माने जाने वाले सुनील यादव को शहरी क्षेत्र के मंडल में तो सुरेंद्र नागर को गांधीनगर मंडल में फंसाकर यहां अपने मुताबिक टीम खड़ी करना चाहते हैं। हकीकत क्या है, ये तो बीजेपी औऱ टीम अतुल गर्ग और संजीव शर्मा ही जानें।
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